खेलो इंडिया न्यूज़: क्योंकि खेल मंत्रालय स्कूल गेम्स फेडेशन से ख़ासा नाराज़ था इसलिए ऐसा माना जा रहा था की शायद इस वर्ष स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया को मान्यता ना मिले। लेकिन खेलों के महाबली और SGFI चेयरमैन महाबली सतपाल जी ने अपने उच्च स्तर पर अपने संबंधों का इस्तेमाल कर मंत्रालय को मनाने में कामयाब रहे।

क्योंकि खेल मंत्रालय स्कूल गेम्स फेडेशन से ख़ासा नाराज़ था इसलिए ऐसा माना जा रहा था की शायद इस वर्ष स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया को मान्यता ना मिले। लेकिन खेलों के महाबली और SGFI चेयरमैन महाबली सतपाल जी ने अपने उच्च स्तर पर अपने संबंधों का इस्तेमाल कर खाल मंत्रालय को मनाने में कामयाब रहे। खेल संगठनों में ख़ुशी की लहर।
विद्या भर्ती के खेल निदेशक मुख्तेज सिंह बदेशा ने कहा – खेल मंत्रालय द्वारा स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इंडिया को पुनः मान्यता प्रदान करने का हम विद्या भारती की ओर से स्वागत करते हैं| मा.खेल मंत्री श्री किरन रिजूजू का बहुत आभार व्यक्त करते हैं,आपके इस निर्णय से देश भर के विद्यालयीन खिलाडियों को फिर से राष्ट्रीय स्तर पर खेलों के क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का मौका प्राप्त होगा | स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इंडिया देश में स्कूली खेलों का आयोजन करने वाली सर्वश्रेष्ठ संस्था है,इसके माध्यम से कई खिलाड़ी आज अंतर्राष्ट्रीय पटल पर देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं |
इंडियन रूप स्किप्पिंग फेडरेशन ने महाबली सतपाल को धन्यवाद देते हुए कहा कि देश के खिलाड़ी आपके द्वारा SGFI को ज़िंदा रखने और भारतीय खेलों में आपके मार्गदर्शन हमेशा याद रखेंगे। उन्होंने SGFI अध्यक्ष सुशील पहलवान सहित सभी पदाधिकारिओं को बधाई दी।
खेल मंत्रालय द्वारा न्यालय में दिए गए एक शपथ पत्र में केंद्र सरकार को सूचित किया कि सरकार तीन खेल संगठनों का निलंबन रद्द कर तीनो को अस्थायी यानि अंतरिम मान्यता देने जा रही है। इस वर्ष खेल मंत्रालय ने सभी संगठनों को सितंबर तक अंतरिम मान्यता ही दी है।
आपको याद दिला दें की स्पोर्ट्स एक्टिविस्ट अधिवक्ता राहुल मेहरा खेल संगठनों में चल रही धांदलिओं के चलते दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दी थी। इसी मामले में उच्च न्यालय ने खेल मंत्रालय कप आदेश दिया था कि मंत्रालय कोई भी फैसला लेने से पहले न्यालय को पहले से सूचित करेगी। इसी आदेश के तहत खेल मंत्रालय ने तीनो है संगठनों की मान्यता बहाल करने सम्बन्धी जानकारी न्यायालय को दी है।
हालांकि इस खेल मंत्रालय के इस फैसले की आधिकारिक सूचना अभी जारी नहीं हुई है लेकिन ये बात तय है कि इन तीनो संगठनों की मान्यता बहाल करने की सुचना सिर्फ एक औपचारिकता ही है।
क्यों हुई थी SGFI की मान्यता रद्द ?
यूँ तो इसके कई कारण हैं जिनको खेल मंत्रालय हमेशा नज़रअंदाज़ करता आया है लेकिन ऐडलेड, ऑस्ट्रेलिया में 2017 हॉकी टीम समय पर मैदान में नहीं पहुंच पाई थी और एक अन्य फुटबॉल खिलाडी की समुद्रतट पर हुई मौत के बाद से SGFI पर अनियमितताओं की जांच हो रही है। SGFI द्वारा कोई ठोस कदम न उठाए जाने के चलते खेल मंत्री काफी नाराज़ थे जिसकी वजह से SGFI की मान्यता रोक दी गयी थी।
प्रदीप कुमार (P.E.T), वीरेंद्र सिंह (P.E.T), और नरेश मान जो पहले से ही SGFI द्वारा किसी भी तरीके से SGFI की गतिविधियों में भाग लेने के लिए आजीवन प्रतिबंध लगा चुके हैं, अन्य सभी अधिकारी, भारत के सभी मुख्यप्रबंधक, प्रबंधक, शेफ-डि-मिशन, गौरव दीक्षित (जनसंपर्क अधिकारी – SGFI), अनधिकृत आकांक्षा थापक अगले 5 साल तक SGFI से किसी भी रूप में शामिल नहीं हो सकते। इसके अलावा SGFI को भारतीय टीम के विदेश जाने संबंधित केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों का अनुपालन करना होगा।