Khelo Indian News: लगता है देश खेलों में भी विश्व में अपनी पहचान बनाने में अग्रसर है, प्रधानमंत्री, खेलमंत्री ही नहीं खिलाड़ी भी अपनी प्रतिभा के दम पर घर घर ही नहीं विश्वभर में तिरंगा फहराने की कसम खा चुके हैं।
10 वर्ष बाद किसी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में जाना और क्वार्टर फाइनल में स्थान बनाना किसी भी टीम के लिए बड़ी बात होती है और ऐसा ही कर दिखाया है भारतीय कोर्फबॉल टीम ने मोरक्को में हो रही विश्व बीच कोर्फबॉल चैंपियनशिप में।
जब भारतीय टीम खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मिल रही थी तो आत्मविश्वास तो झलक रहा था लेकिन खिलाड़िओं को आशीर्वाद देते वक़्त शायद खेल मंत्री को ऐसी उम्मीद नहीं रही होगी भारतीय टीम इस कदर बेहतरीन प्रदर्शन करेगी। जहां विश्व के बेहतरीन टीमें प्रदर्शन कर रहीं हो वहां 10 वर्ष बाद भारतीय खिलाड़िओं द्वारा क्वार्टर फाइनल तक पहुंचना ही अपने आप में बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी।

आज क्वार्टर फाइनल में भारत का मुक़ाबला पुर्तगाल से होगा और पुर्तगाल जैसी टीम को हराकर सेमिफाइनल स्थान बनाना अपने आप में एक बेहद कठिन कार्य है लेकिन भारतीय टीम का उत्साह देखने लायक है।
बहरहाल देश की नज़रें इन खिलाड़िओं पर टिकी हुई और उमीदें और बढ़ गई हैं की शायद यह खिलाड़ी कोई चमत्कार देश लिए मैडल ला पाएं और विश्व कोर्फबॉल (World Korfball) के साथ साथ खेल मंत्रालय को भी साबित कर पाएं कि कोर्फबॉल फेडरेशन (Korfball Federation) का निलंबन रद्द कर फिर से पूर्ण मान्यता दी जाती है तो कोर्फबॉल देश लिए मैडल लाने का सामर्थ्य रखती है।
